ऑस्ट्रेलिया के एक क्रिकेट मैच के दौरान एक ऐसी घटना घटी जो शायद ही कभी क्रिकेट इतिहास में घटी हो। दरअसल ऑस्ट्रेलिया के मिड-इयर क्रिकेट एसोसिएशन के मैच के दौरान गेंदबाज ने एक बल्लेबाज को बोल्ड कर दिया, लेकिन स्टंप के ऊपर लगी गिल्लियां (बेल्स) नीचे नहीं गिरी। मूनी वेली और स्थ्रेटमोर हाइट्स के बीच मैच में बल्लेबाज जतिंदर सिंह का गेंदबाज ने मिडिल स्टंप उड़ा दिया, लेकिन हैरतअंगेज तरीके से दोनों बेल्स ऑफ और लेग स्टंप पर अटकी रह गई। अंपायर भी इस घटना को देखकर हैरान रह गए और साथ ही उलझन में पड़ गए कि बल्लेबाज को आउट दिया जाए या नहीं।
अंपायर ने काफी समय लिया और फिर सोच-विचार करने के बाद बल्लेबाज जतिंदर सिंह को आउट दे दिया। मुनी वेली के कप्तान माइकल ओज्बन ने कहा कि हमें नहीं पता था कि इस घटना का क्या नतीजा होता, लेकिन हमने थोड़ा सोच विचार करके इसको आउट मान लिया। आप ऐसा दोबारा होते हुए बिलकुल नहीं देखना चाहेंगे। ये असंभव सा दृश्य था, जहां पर बेल्स 2 स्टंप्स पर ही रुकी रही और बीच का स्टंप उखडऩे के बाद बीच में खाली जगह दिखाई देने लगी। गेंद बीच के स्टंप पर लगने के बाद स्टंप उड़ा नहीं स्टंप वहीं गिर गया, जिसके कारण बेल्स बाकी बचे दोनों स्टंप पर ठहर गए।
बता दें कि एमसीसी के क्रिकेट नियम 28 के अनुसार बेल्स का स्टंप्स पर से पूरी तरह गिरना आउट माना जाता है। अगर बेल्स हिलते हुए स्टंप्स पर ही ठहर जाती हैं, तो उसको आउट नहीं करार दिया जाता। लॉ के पहले भाग में लिखा गया है कि विकेट आउट जब माना जाता है, जब बेल्स अच्छे से स्टंप्स के ऊपर से गिर जाए या फिर स्टंप पूरा उखड़ जाए, लेकिन इस घटना में बल्लेबाज का स्टंप गिर गया था और बेल्स ऊपर ही रह गई थी तो सभी इसी उलझन में अटक गए कि इस नतीजे को क्या घोषित किया जाए। हालांकि बाद में अंपायर ने उनको आउट करार दे दिया।
Source: Daily News